“ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं” This is famous mantra of Batuk Bhairav to get rid of any kind of problem, it is mostly find in every tantra books —’coz Batuk Bhairav is so helpful. The word “Batuk” means child or a small boy; the word “Bala” also means child or a small boy. As Batuk is used for Bhairav; Bala is used for lord Hanuman, say Balaji or Mehandipur Balaji. Mehandipur is a place in Rajasthan (India), there is the most popular temple of lord Hanuman, and near him you find Bhairav as well as Pretraaj Sarkar temple.
Apart from above mantra, it is useful to chant his 108 names, as they are following in Normal /सृष्टि क्रम, you may add ॐ or ॐ ह्रीं, before the beginning of each name.
For japa: ॐ ह्रीं भैरवाय नमः (like that for each name).
For pujan with flowers and their petals: ॐ ह्रीं भैरवाय नमः पूजियामि (add pujiyami after each name).
For archan with kishmish or dry fruits: ॐ ह्रीं भैरवाय नमः अर्चयामि (add archyami after each name).
For havan: ॐ ह्रीं भैरवाय स्वाहा (remove नम: and add स्वाहा after each name).
०१. ॐ ह्रीं भैरवाय नमः
०२. भूत-नाथाय नमः
०३. भूतात्मने नमः
०४. भूत-भावनाय नमः
०५. क्षेत्रज्ञाय नमः
०६. क्षेत्र-पालाय नमः
०७. क्षेत्रदाय नमः
०८. क्षत्रियाय नमः
०९. विराजे नमः
११. मांसाशिने नमः
१२. खर्पराशिने नमः
१३. स्मरान्त-कृते नमः
१४. रक्तपाय नमः
१५. पानपाय नमः
१६. सिद्धाय नमः
१७. सिद्धिदाय नमः
९८. सिद्धि-सेविताय नमः
१९. कङ्कालाय नम
२०. काल-शमनाय नमः
२१. कला-काष्ठा-तनवे नमः
२२. कवये नमः
२३. त्रि-नेत्राय नमः
२४. बहु-नेत्राय नमः
२५. पिङ्गल-लोचनाय नमः
२६. शूल-पाणये नमः
२७. खड्ग-पाणये नमः
२८. कङ्कालिने नमः
२९. धूम्र-लोचनाय नमः
३०. अभीरवे नमः
३१. भैरवी-नाथाय नमः
३२. भूतपाय नमः
३३. योगिनी-पतये नमः
३४. धनदाय नमः
३५. अधन-हारिणे नमः
३६. धनवते नमः
३७. प्रतिभागवते नमः
३८. नाग-हाराय नमः
३९. नाग-केशाय नमः
४०. व्योम-केशाय नमः
४१. कपाल-भृते नमः
४२. कालाय नमः
४३. कपाल-मालिने नमः
४४. कमनीयाय नमः
४५. कला-निधये नमः
४६. त्रिलोचननाय नमः
४७. ज्वलन्नेत्राय नमः
४८. त्रि-शिखिने नमः
४९. त्रि-लोक-भृते नमः
५०. त्रिवृत्त-तनयाय नमः
५१. डिम्भाय नमः
५२. शान्ताय नमः
५३. शान्त-जन-प्रियाय नमः
५४. बटुकाय नमः
५५. बटु-वेषाय नमः
५६. खट्वाङ्ग-वर-धारकाय नमः
५७. भूताध्यक्ष नमः
५८. पशु-पतये नमः
५९. भिक्षुकाय नमः
६०. परिचारकाय नमः
६१. धूर्ताय नमः
६२. दिगम्बराय नमः
६३. शौरये नमः
६४. हरिणाय नमः
६५. पाण्डु-लोचनाय नमः
६६. प्रशान्ताय नमः
६७. शान्तिदाय नमः
६८. शुद्धाय नमः
६९. शङ्कर-प्रिय-बान्धवाय नमः
७०. अष्ट-मूर्तये नमः
७१. निधीशाय नमः
७२. ज्ञान-चक्षुषे नमः
७३. तपो-मयाय नमः
७४. अष्टाधाराय नमः
७५. षडाधाराय नमः
७६. सर्प-युक्ताय नमः
७७. शिखी-सखाय नमः
७८. भूधराय नमः
७९. भूधराधीशाय नमः
८०. भू-पतये नमः
८१. भू-धरात्मजाय नमः
८२. कपाल-धारिणे नमः
८३. मुण्डिने नमः
८४. नाग-यज्ञोपवीत-वते नमः
८५. जृम्भणाय नमः
८६. मोहनाय नमः
८७. स्तम्भिने नमः
८८. मारणाय नमः
८९. क्षोभणाय नमः
९०. शुद्ध-नीलाञ्जन-प्रख्य-देहाय नमः
९१. मुण्ड-विभूषणाय नमः
९२. बलि-भुजे नमः
९३. बलि-भुङ्-नाथाय नमः
९४. बालाय नमः
९५. बाल-पराक्रमाय नमः
९६. सर्वापत्-तारणाय नमः
९७. दुर्गाय नमः
९८. दुष्ट-भूत-निषेविताय नमः
९९. कामिने नमः
१००. कला-निधये नमः
१०१. कान्ताय नमः
१०२. कामिनी-वश-कृद्-वशिने नमः
१०३. जगद्-रक्षा-कराय नमः
१०४. अनन्ताय नमः
१०५. माया-मन्त्रौषधी-मयाय नमः
१०६. सर्व-सिद्धि-प्रदाय नमः
१०७. वैद्याय नमः
१०८. प्रभ-विष्णवे नमः
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