This festival (syn: त्यौहार; Tyohar) falls on Bhadra Ekadashi; this day God Maheshwar (syn: Shiva) and Goddess Uma (syn: Parvati) are worshiped. First thing to start worship is to take sankalpa (syn: vow) in early hours of morning.
Uma-Maheshwar Puja
भगवान महेश्वर तथा देवी उमा की मूर्ति को स्नान कराकर, उनकी पंचोपकार या षोडशोपचार पूजा करनी चाहिए, बेल पत्र, पुष्प, घिसा हुआ चन्दन, महेश्वर को अर्पित करना चाहिए, तथा देवी उमा को श्रृंगार का समान अर्पित करना चाहिए।
Important thing about this vrat
कहते हैं की उमा-महेश्वर का व्रत लगातार (हर साल) पन्द्रह (१५) वर्षो तक रखना चाहिए , १५ वर्षो के बाद उद्यापन करना चाहिए।
Mantra for havan
हवन सभी देवी देवताओ को प्रिय है, हवन में आहुति के रूप में डाला गया पदार्थ देवी देवता सुक्ष्म रूप से ग्रहण करते हैं। उमा-महेश्वर के हवन का मंत्र है — “ॐ उमा महेश्वराय नमः स्वाहा”. सुख समृद्धि के लिए हवन उत्तर दिशा में मुख करके करना अच्छा होता है।
Uma-Maheshwar Vrat Katha
Once Durvasa Rishi cursed lord Vishnu to be without Goddess Lakshmi, Sheshnag and Ksheer Sagar. To remove this curse lord Vishnu worshiped Uma-Maheshwar (Parvati-Shiv), since that time this vrat increased many folds in it popularity and is famous among devotees.
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