This festival is celebrated on Bhadon Sudi Panchami, it has different Puja Vidhi for men and women. This day Sapt Rishi are worshiped; in other words this festival is like Guru Purnima, ‘coz Sapt Rishi are the Guru’s Guru — they have all the wisdom and all the knowledge with them. Sapt Rishi are as: 1) कश्यप, 2) अत्रि, 3) भारद्वाज, 4) विश्वामित्र, 5) गौतम, 6) जमदग्नि, 7) वशिष्ठ।
Rishi Panchami Vrat & Puja for a Purush(syn: पुरुष; man)
सुबह नहाकर साफ़ वस्त्र धारण करें, फिर अपने पूजा स्थान को साफ करें (अगर वो कच्चा स्थान है तो गाय के गोबर से लीप दें), गेहूं के आटे से rectangular चौक बनायें, उस चौक पर सप्त ऋषि का आव्वाहन करें, फिर उनकी चौक पर धूप, दीप, नैवेद्य, तथा सात छोटे छोटे दियो से पूजा करें . पूजा में समा के चावलों की खीर का भोग दें, तथा व्रत की समाप्ति पर वही खीर ग्रहण करें.
Rishi Panchami Vrat & Puja for a Stri(syn: स्त्री; woman)
सुबह 108 बार हाथ धोये, फिर 108 बार उंगली से दांत मांजे, 108 बार कुल्ला करें, 108 पत्ते सिर पे रखकर 108 बार जल के लोटे डाल कर स्नान करें. स्नान करने के बाद गणेश जी तथा अरुंधती का पूजन करें. इसके बाद 16 प्रकार से सप्त ऋषि का पूजन करें. सूर्यास्त के बाद व्रत समाप्त करके भोजन करें.
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