Kartik month is very important, this month is filled with festivals. It is said, लगते कार्तिक की पूर्णमासी से लेकर उतारते कार्तिक की पूर्णमासी तक नित्य प्रति गंगा अथवा यमुना में स्नान करना चाहिए। अगर गंगा, यमुना जाना ना हो पाए तो, एक बाल्टी में थोड़ा सा गंगाजल डालकर उसे उपर तक पानी से भर दें, तथा इस पानी से स्नान करें।
कार्तिक महीने में तुलसी, शालिग्राम, भगवान् विष्णु तथा लक्ष्मी जी की पूजा करनी चाहिए। परनिंदा से बचना चाहिए। दिन में नहीं सोना चाहिए। भजन कीर्तन करना चाहिए। तथा घर में भागवत का पाठ रखना चाहिए।
Tara Bhojan
As Kartik month is spiritual month, one is supposed to observe Vrat (alternate days) and in the night तारागणों को अर्घ्य देकर ही भोजन करना चाहिए। अगर व्रत न रखे तो भी तारागणों को अर्घ्य दे सकते है (कुछ ना करने से कुछ करना अच्छा होता है)। In fact, तारा (syn: star) represents our Rishis; the famous Sapt-Rishi represent seven starts. There is also a star for Dhruva, called Dhruva-tara. Also collection and shapes of stars make our Rashis (like Aris, Mesh, and so forth). So offering water to Stars that is called Arghya, is to make our horoscope stronger.
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