This festival falls on Bhadon Sudi Chauth, इस दिन पूरे परिवार सहित गणेश जी के डंडो की पूजा होती है, फिर गणेश जी को लड्डुओं का भोग लगाते हैं, फिर उनका ध्यान करते हैं।
गणेश जी का ध्यान करने के लिए उनके चित्र को देखा जाय, फिर वो जैसे दिखते हैं तथा उन्होंने जो भी हाथ में धारण किया है उन सभी चीजो का ध्यान किया जाए, उनके मूषक का भी।
After Dhyana, chant their famous 21 names, and with each name offer the following things which is in parenthesis. This Puja Vidhi of Ganesh Chaturthi you will hardly find elsewhere.
1) Om Shru Sumukhaay Namah (सभी पत्र अर्पित करें )
2) Om Shri GanSheeShaay Namah (भगरैय्या का पत्र)
3) Om Shri UmaPutraay Namah (विल्व का पत्र)
4) Om Shri GajMukhay Namah (दूर्वादल)
5) Om Shri Lambodaray Namah (बेर का पत्र)
6) Om Shri Sharsunve Namah (धतूरे का पत्र)
7) Om Shri Shurpkarnaay Namah (तुलसी का पत्र)
8) Om Shri VkraTundaay Namah (शेम का पत्र)
9) Om Shri GuhaGrajaay Namah (अपामार्ग, लटजीरा का पत्र)
For the following please add “Om” and “Namah” yourself. पत्र या पत्ता means same thing.
10) Ekdantaay (भटकटैय्या का पत्ता)
11) Derambaraay (सिन्दूर का पत्ता)
12) Chaturbhuje (तेजपात का पत्ता)
13) Sarveshvraay (अगत्स्य का पत्ता)
14) Viktaay (कनेर का पत्ता)
15) Imtundaay (अश्मात का पत्ता)
16) Vinayak (आक का पत्ता)
17) Kapilaay (अर्जुन का पत्ता)
18) Vatve (देवदार का पत्ता)
19) Bhaal Chandraay (मरुआ का पत्ता)
20) Suragrajaay (गांधारी का पत्ता)
21) Siddhi Vinayak (केतकी का पत्ता)
After offering, one should chant Ganesh Mantra for 5, 11, 21, 31, or 51 rosary. And should end Puja by an Aarti. As rats are Ganesh ji companion, feeding them this day is also considered good, and never kill rats (if they are harming your things by biting them, just pray Ganesh ji to relieve you from their problematic acts).
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