This festival is celebrated on Bhadon Sudi Saptami, this day Devi Dubdi (दुबडी) is worshiped. If you have lots of problems in your life, you should know about this Devi and her Katha; ‘coz she is supposed to help in adverse situations.
For Devi Dubdi Puja, एक औरत का चित्र, ६-७ बच्चो की मूर्ति, तथा १-२ साँपो की मूर्ति साफ मिट्टी से बना लिया जाये तथा पास ही में, एक जल का मटका रख दें — अब इनको चावल, दूध, आटा, रोली, चीनी, इत्यादि से पूजा जाये। देवी से आशीष के लिए प्रार्थना की जाये तथा उनकी आरती उतारी जाय।
Devi Dubdi ki Katha
एक आदमी के ७ पुत्र थे, सबसे पहले उन्होंने सबसे बड़े पुत्र का विवाह किया, विवाह के समय ही बड़ा पुत्र मृत्यु को प्राप्त हो गया; ऐसी प्रकार वो जिस पुत्र का विवाह करते वो विवाह के समय ही मृत्यु को प्राप्त हो जाता, धीरे धीरे ६ पुत्र मृत्यु को प्राप्त हो गए। अब सबसे छोटा पुत्र बचा।
छोटे पुत्र का भी विवाह होने वाला था की एक बूढी औरत उस छोटे पुत्र की बुआ के सपने में आयी। और बुआ को सारी बात बताई की ऐसा ऐसा करने पर छोटा पुत्र मृत्यु को प्राप्त नहीं होगा तथा उसके बडे ६ भाई भी जीवित हो जायेगें। बुआ ने वैसा ही किया : छोटे पुत्र का विवाह धूम धाम से सम्पन्न हुआ तथा उसके बड़े भाई भी जीवित हो गये।
बुआ ने उसे बूढी औरत का नाम दुबडी रखा तथा भादो सुदी की सप्तमी को उसकी विधि पूर्वक पूजा करने लगी, तभी से ये त्यौहार मनाया जाता है।
Goddess Maha-Lakshmi Ka Dora
To attract money people do many things: #) chanting mantra like Kleem-Kleem, #) reading money management books, #) doing Shri Vidya (Sri Yantra) sadhana, #) energizing Yantras like of Kuber, Lakshmi, and Kanakadhara, #) doing many rituals on Dakshinavarti Shank, Siyar Singi, and Hattha Jodi — these all things are expensive in comparison to below Mahalakshmi-Dora.
The Dora (syn: string; डोरा; धागा) of Maha-Lakshmi people wear this day when Dubdi is worshiped. For making this Dora, take 16 threads, tie 16 knots, color it by wet turmeric, listen Maha-Lakshmi Katha and wear it around your neck.
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