This is my favorite and most popular Durga Aarti sung by Anuradha Paudwal, though it has many versions (variation in length and words) but I love this YouTube version.
In place of [भारती], you may use your name. It is in fact, Prayer + Aarti, does both the work in one shot — so rhythmic and sweet, you would like to hear it again and again.
१) अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गायें [भारती], ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ||
२) तेरे भक्त जनो पे माता भीड़ पड़ी है भारी, दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी॥
३) सौ-सौ सिहों से भी बलशाली, है दस भुजाओं वाली, दुखियो के दुखड़े निवारती ॥
४) ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥ repeat १)
५) माँ-बेटे का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता, पूत-कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता॥
६) सब पे करूणा दर्शाने वाली, अमृत बरसाने वाली, दुखियों के दुखड़े निवारती॥
७) ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥ repeat १)
८) नहीं मांगते धन और दौलत, ना चांदी ना सोना, हम तो मांगें माँ तेरे चरणों में एक छोटा सा कोना॥
९) सबकी बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली, सतियों के सत को संवारती ॥
१०) ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥ repeat १)
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